मेंटल हेल्थ यानि कि मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसा टॉपिक है जिसको महत्व देना और उस पर बात करना बहुत ही जरुरी है। आजकल की इस भागदौड़ भरी या फिर ये कहें कि “तनावपूर्ण ज़िन्दगी” में कोई भी व्यक्ति स्ट्रेस, डिप्रेशन, फोबिया, डिसऑर्डर आदि का शिकार बन सकता है।
भारत में आज भी ज्यादातर लोग मेंटल हेल्थ के टॉपिक को सिरे से नकारते हैं और फिजिकल हेल्थ पर ही ध्यान देते हैं। सबसे बड़ी दुःख की बात तो ये है कि लोगों को स्ट्रेस, डिप्रेशन, डिसऑर्डर या फोबिया का सही मतलब, या फिर इनके बिच का अंतर तक नहीं पता। “किसी इंसान को अगर बहुत ज्यादा स्ट्रेस है और उसे डिप्रेशन की संज्ञा दी जाये” तो ये भी सायकोलॉजिकली गलत है। यदि आप ऐसा किसी से कह दें तो चान्सेस हैं कि वो इंसान सच में डिप्रेशन में चला जायेगा! इसकी जगह आप कह सकते हैं कि उस व्यक्ति कि मेंटल हेल्थ खराब हो रही है।
मेंटल हेल्थ अवेयरनेस के लिए ही हमने सुकूनमंत्रा नामक यह छोटा सा कदम बढ़ाया है। यहां आपको मेंटल हेल्थ से जुड़े टॉपिक्स पढ़ने को मिलेंगे। साथ ही हम यहां कोशिश करते हैं कि किसी प्रकार हम लोगों की मदद कर सकें। उनकी मेंटल हेल्थ को प्राथमिकता देने में, सेल्फ ग्रोथ में और बेहतर माइंडसेट को बढ़ावा देने में।
Our Team

शुभम जाधव
Founder/Editor in Chief
शुभम एक प्रोफेशनल कंटेंट एवं कॉपी राइटर हैं जो ग्राफ़िक्स डिज़ाइन, SEO और डिजिटल मार्केटिंग का भी ज्ञान रखते हैं। शुभम 11 सालों से इसी फील्ड में कार्यरत हैं, इन्होंने टेक्नोलॉजी, एंटरटेनमेंट, गैजेट्स एवं अन्य अलग-अलग विषयों पर अपने विचारों को ब्लॉग पोस्ट्स में पिरोया है। हायर एजुकेशन के साथ ही वे डिजिटल दुनिया से जुड़ चुके थे और इसी को उन्होंने अपना पैशन बनाया। इन्होने विक्रम विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। अपने कुछ व्यक्तिगत अनुभवों को मद्देनज़र रखते हुए और मेंटल हेल्थ अवेयरनेस को बढ़ावा देने के लिए भूमिका गेहलोत एवं नितेश हरोड़े के साथ मिलकर उन्होंने सुकूनमंत्रा को शुरू किया।
“मेंटल हेल्थ यानि कि मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसा विषय है जिसपर आज भी कई लोग चर्चा नहीं करना चाहते। या फिर यह भी कह सकते हैं कि इस विषय से किसी को कोई फर्क ही नहीं पड़ता। लेकिन इसपर बात करना, लोगों को इसके प्रति जागरूक करना और माइंडफुलनेस, सेल्फ ग्रोथ आदि को बढ़ावा देने की बहुत ज्यादा जरूरत है। पिछले 4 वर्षों से मैं इसी विषय का अध्ययन कर रहा हूँ और कुछ सोशल एक्सपेरिमेंट्स, स्वयं के साथ कुछ माइंडफुलनेस के एक्सपेरिमेंट्स मैंने किये हैं जिनको मैं सुकून मंत्रा के द्वारा लोगों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा हूँ।”
– शुभम जाधव

भूमिका गेहलोत
Co-Founder
भूमिका गेहलोत एक साइकोलॉजी स्टूडेंट हैं। वे साइकोलॉजी में स्नातक कर रही हैं। कविताएँ और लेख लिखना इनकी हॉबी है। भूमिका मेंटल हेल्थ के क्षेत्र में अपना योगदान देना चाहती हैं। उनका लक्ष्य है सभी को मानसिक स्वास्थ्य (मेंटल हेल्थ) के प्रति जागरूक और शिक्षित करना। वे समाज में फैले मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मिथकों को दूर करना चाहती हैं और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी हर छोटी से छोटी जानकारी सामान्य जन तक पहुँचाना चाहती हैं।

नितेश हरोड़े
Editor in Chief
नितेश हरोड़े एक प्रोफेशनल कंटेंट राइटर और SEO एक्सपर्ट हैं। इन्होंने अपना पोस्ट ग्रेजुएशन प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट से किया है। मेंटल हेल्थ अवेयरनेस में योगदान देने हेतु नितेश तत्पर हैं।
यदि आपके पास हमारे लिए कोई सवाल है या सुझाव है तो उसे हमें ईमेल कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमें अपनी परेशानियां लिखकर भी भेज सकते हैं। हम उसे सुलझाने की कोशिश करेंगे। हमारा ईमेल आईडी है [email protected]