कई बार आप किसी काम को नहीं करना चाहते हैं पर आपके पास "ना" कहने की हिम्मत नही होती है। और बेवजह ही आप उस जगह पर उपस्थित होते हैं जहां शायद आपको नहीं होना चाहिए था। देखा जाये तो केवल आपकी हर बात पर "हाँ" कहने की आदत ही आपको यहाँ लेकर आई है!
स्वार्थी होना बुरा है पर...
बुरी आदतें हमे धीरे-धीरे बर्बाद कर देती हैं। यह हमारे शरीरिक तथा मानसिक रूप से असक्षम कर देती है, जिससे हमें कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। केवल नशा करना, खराब खाना, व्यायाम न करना ही बुरी आदतें नही है, इनके अलावा भी कई ऐसी आदतें हैं जो आपका जीवन बर्बाद कर सकती हैं। बुरी...
How to get rid of Social Media Addiction: सोशल मीडिया की आदत आजकल अधिकतर लोगों के लिए समस्या है। डिजिटल युग में अपने जीवन की हर छोटी-बड़ी बात लोग सोशल मीडिया पर साझा करते हैं। यदि आप भी हर थोड़ी देर में अपना फ़ोन सोशल मीडिया अपडेट देखने के लिए चेक करते हो तो आपको सोशल मीडिया की आदत...
Texting Anxiety : एंग्जायटी कई तरह की होती है। जैसे जनरलाइज्ड एंग्जाइटी, सोशल एंग्जायटी, एग्जाम एंग्जायटी आदि। पर क्या आप जानते हैं कि किसी से चैट करते समय भी एंग्जायटी हो सकती है जिसे टेक्स्टिंग एंग्जायटी का नाम दिया गया है! बहुत से लोग इस एंग्जायटी के शिकार हैं परन्तु उन्हें इस एंग्जायटी के बारे में कुछ जानकारी नहीं...
Change Your Toxic Habits: लाइफ में बहुत सी ऐसी आदतें होती हैं जो जीवन को प्रभावित करती हैं यहाँ तक कि जीवन को बर्बाद भी कर सकती हैं। अगर इन आदतों के बारें में पता हो तो इन्हें बदलकर एक अच्छे जीवन की शुरुआत की जा सकती है। टॉक्सिक आदतें एक अच्छे रिश्ते के लिए भी हानिकारक होती है...
लाइफ में लोगो को कई तरह की समस्याएँ होती हैं। शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसके जीवन में एक भी समस्या नहीं होगी। कोई पैसो की तंगी से जूझ रहा है, कोई किसी प्रकार की बीमारी से, कोई रिश्तों में आ रही अनबन से और कोई किसी प्रकार के अटके हुए अधूरे काम से परेशान है। हर समस्या...
कुछ लोगों की आदत होती है बात-बात पर सॉरी कहना या फिर अधिकतर बातों को लेकर guilt महसूस करना। पर किसी भी व्यक्ति को ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है। इस बात से बिलकुल भी ना डरें कि सामने वाला क्या सोचेगा या फिर वह इससे हर्ट तो नहीं हो जाएगा? आज हम आपको बताएँगे कि ऐसी 5...
कम्पेयर करना यानिकी किसी दुसरे व्यक्ति से स्वयं की तुलना करना जिसमें मुख्य रूप से सामने वाले की सम्पत्ति, सुन्दरता, उपलब्धियां आदि को लेकर तुलना करना शामिल है। मानवों में बचपन से ही तुलना करने की भावना उत्पन्न हो जाती है। जैसे कि एक बच्चा अपने पास खड़े बच्चे के हाथ में एक खिलौना देख कर उसी तरह के...