Signs of Low Self-Esteem

Signs of Low Self-Esteem: सेल्फ कॉन्फिडेंस वह विश्वास है जो स्वयं पर होता है। लेकिन कुछ लोगों में सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी होती है। बिना सेल्फ कॉन्फिडेंस के कोई भी सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है तथा न ही अपने कार्यों को पूर्ण कर सकता है, न ही आपने दायित्वों को निभा सकता है। आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी है। बहुत से लोगों में सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी होते है जिस कारण उनका जीवन संदेहों से भरा रहता है, वे सफलता के अवसरों को गवा देते हैं तथा पीछे रह जाते हैं। बच्चो को बचपन से ही सेल्फ कॉन्फिडेंस के बारें में बताना चाहिए ताकि भविष्य में वह आत्मविश्वास से भरा रहे और अपने लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सके। कम आत्मविश्वास मानसिक तनाव का कारण भी बनता है और कई तरह की समस्याओं को जन्म देता है।

सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी को दर्शाते हैं ये 7 लक्षण

खुद को कमजोर समझना

जो लोग खुद को कमजोर समझते हैं तथा जिन्हें लगता है कि वे वह कार्य नहीं कर सकते हैं जो वे करना चाहते हैं तो उनमे आत्मविश्वास की भारी कमी होती है। कम आत्मविश्वास वाला व्यक्ति किसी भी कार्य को करने से पहले यह समझता है कि यह कार्य बहुत कठिन है और इसे कर पाना असम्भव है। परन्तु केवल उसका कम आत्मसम्मान ही इस भावना को जन्म देता है कि कोई कार्य कठिन है। वास्तविकता में कार्य कठिन नहीं होता है। खुद को कमजोर समझना और कम आँकना असफलता का कारण बनता है।

यहां क्लिक कर सुकूनमंत्रा के WhatsApp Channel से जुड़िये।

लोग क्या कहेंगे?

हर किसी को खुश कर पाना असम्भव है। यह मेंढकों को तराजू में तोलने के समान है! अगर आप एक को खुश करेंगे तो एक नाराज़ हो जाएगा। लोग क्या कहेंगे? लोग क्या सोचेंगे? ऐसे प्रश्न आत्मविश्वास को कम करने का काम करते हैं। साथ ही यह विचार करना की लोग क्या कहेंगे चिंता का कारण बन जाता है। इसीलिए इन सब से बचने के लिए आत्मविश्वास को बढ़ाने की जरूरत है तथा अपने विचारो और रूचि के आधार पर निर्णय लेना ही सही है।

नकारात्मकता

जिस व्यक्ति में नकारात्मकता भरी होती है उसमें अवश्य ही आत्मविश्वास की कमी होती है और वह व्यक्ति हर परिस्थिति को नकारात्मक रूप में ही देखता है। उसके अंदर हर समय नुकसान, भय, चिंता की भावना ही रहती है और उसके लिए आत्मविश्वास बनाए रखना मुश्किल हो सकता है। नकारात्मकता कई मानसिक विकारों का कारण भी बन सकती है। जैसे एंग्जायटी, इनसोम्निया आदि। लेकिन दिनचर्या में मैडिटेशन, एक अच्छे संतुलित आहार को शामिल करना नकारात्मकता को कम कर सकता है।

स्मार्ट फ़ोन का ज्यादा Use

सामाजिक स्थितियों में भी स्मार्ट फ़ोन का उपयोग आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है। जो लोग ऐसी जगह पर भी अपने मोबाइल का उपयोग करते हैं जहाँ उनके पास बात करने के लिए कई लोग उपलब्ध होते हैं, तो ऐसे लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है। ये लोग आसानी से वास्तविकता को स्वीकार नहीं कर पाते हैं और बेवजह ही अपने स्मार्ट फ़ोन का उपयोग करते हैं। ये लोगों से मिलने के बजाय अपने फ़ोन में सोशल मीडिया का उपयोग करना, गेम खेलना या फनी विडियो देखना पसंद करते हैं।

उच्च या निम्न उम्मीदें

कम आत्मविश्वास वाला व्यक्ति हमेशा अपने ही लक्ष्यों को लेकर भ्रमित रहता है, कई परिस्थितियों में वह खुद को भविष्य में एक अत्यधिक सफल व्यक्ति के रूप में देखते हैं या खुद को असफल तथा असक्षम व्यक्ति के रूप में देखते हैं। इनको खुद पर कम विश्वास होता है जिस कारण ये वर्तमान की जगह कार्यों को भविष्य में करने की योजना बनाते हैं तथा उम्मीदे लगाते हैं।

आलोचना के बाद का व्यवहार

जिन लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है वे आलोचना को आसानी से स्वीकार नहीं कर पाते हैं। और उनके मन में स्वयं के विरुद्ध ही प्रश्न उठने लगते हैं। लेकिन एक आत्मविश्वास से भरा हुआ व्यक्ति कभी भी खुद पर किसी की आलोचना का प्रभाव नहीं पड़ने देता है। और ना ही स्वयं के कौशल पर संदेह करता है। आलोचना के समय एक सटीक उत्तर आपको आलोचना के बाद होने वाले तनाव से बचा सकता है। आलोचनाएँ आपको आपकी क्षमता का ज्ञान भी करवा सकती है जिससे आप उनमें सुधार कर खुद को और भी श्रेष्ठ बना सकते हैं।

तारीफ स्वीकार करने में मुश्किल

जो व्यक्ति एक अच्छे कार्य के बाद मिलने वाली प्रशंसा को आसानी से स्वीकार नहीं कर पाता है और उसे समझ नहीं आता है कि उसे इस प्रशंसा पर किस प्रकार से प्रतिकिया देनी चाहिए? तो भी उसमें आत्मविश्वास की कमी होती है। ऐसे में एक आत्मविश्वास से भरा व्यक्ति प्रशंसा के बाद उच्च शब्दों में धन्यवाद व्यक्त करता है। जिन लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है वे प्रशंसा होने पर उसे नकार भी सकते हैं।

यह भी पढियें:

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here