Why Quiet People Usually Give the Best Advice: इंट्रोवर्ट उन लोगों को कहा जाता है जो सामाजिक परिस्थितियों से दूर रहना पसंद करते हैं तथा इनका स्वभाव शर्मिला होता है। ये अधिकतर अकेले या छोटे समूह के साथ रहना पसंद करते हैं। ये सामाजिक रूप से जुड़ने के बजाय विचारों तथा भावनाओं को ज्यादा महत्व देते हैं। इन्हें ज्यादा लोगों के साथ दोस्ती करना पसंद नहीं होता है इसीलिए जनसंपर्क से बचते हैं परन्तु यह बुद्धिमान तथा योजनाबद्ध काम करने वाले होते हैं। इसके विपरीत एक्सट्रोवर्ट ज्यादा दोस्त बनाना, बाहर घूमना तथा जितना हो सके लोगों से मिलना पसंद करते हैं।
एक्सट्रोवर्ट और इंट्रोवर्ट की अगर तुलना की जाए तो ऐसा लगता है कि एक्सट्रोवर्ट लोग अपना जीवन अलग तरह से व्यतीत करते हैं जिस कारण यह एक अच्छे सलाहकार हो सकते हैं। क्योंकि यह ज्यादा लोगों से मिलते हैं तथा इनका समूह काफी बड़ा हो सकता है। पर माना जाता है कि एक इंट्रोवर्ट जो है वो एक्सट्रोवर्ट के मुकाबले अच्छा सलाहकार हो सकता है। आइये जानते हैं एक एक्सट्रोवर्ट के मुकाबले इंट्रोवर्ट की सलाह बेहतर कैसे हो सकती है?
यहां क्लिक कर सुकूनमंत्रा के WhatsApp Channel से जुड़िये।एक एक्सट्रोवर्ट के मुकाबले इंट्रोवर्ट की सलाह हो सकती है बेहतर
डीप थिंकिंग में माहिर
इंट्रोवर्ट व्यक्ति किसी भी बात को गहराई से सोचता है तथा उसके हर पहलू पर ध्यान देता है और अपनी बात रखने के लिए समय लेता है। इनके विचार काफी गहरे होते हैं जिस कारण इन्हें एक अच्छा सलाहकार माना जाता है। वैसे तो यह आगे रहकर सलाह देना पसंद नहीं करते हैं पर यदि कोई इनसे सलाह मांगता है तो ये उसकी पूरी मदद करते हैं।
भावनाओं को अच्छे से समझते हैं
इंट्रोवर्टस बहुत इमोशनल होते हैं, इसी कारण दुसरे की भावनाओ को भी समझते हैं। वे किसी को भी अपनी भावनाओं का ध्यान रखे बिना सलाह नहीं देते हैं। यह भावनात्मक रूप से सोचते हैं और सलाह मांगने वाले की क्षमता, रुचि को ध्यान में रख कर ही सलाह देते हैं।
प्रत्यक्ष सलाह
इंट्रोवर्ट हमेशा प्रत्यक्ष सलाह देते हैं, यह कभी भी घुमा फिरा कर बात नहीं करते हैं तथा सीधी सलाह देना ही इनकी खूबी होती है। प्रत्यक्ष सलाह बहुत ही मददगार होती है क्योंकि इसमें झूठ या कल्पना की मिलावट नहीं होती है और यह निर्णय लेने में सहायक होती है। अगर कोई व्यक्ति समस्या में हैं और उसे ऐसा व्यक्ति मिल जाए जो उसे घुमा फिराकर सलाह देने लगे और उसकी हां में हां करने लगे तो वह कभी भी समस्या से बाहर नहीं आ सकेगा।
एक साथ काम करने पर देते हैं ध्यान
इंट्रोवर्ट व्यक्ति एक साथ काम करने पर ज्यादा ध्यान देते हैं और सलाह के साथ-साथ सहयोग भी करते हैं। जिस कारण लोग इनसे ज्यादा प्रभावित होते हैं और इनके विचारों पर अमल करना पसंद करते हैं। अगर किसी काम को मिलकर किया जाए या किसी समस्या से मिल कर लड़ा जाए तो उससे आसानी से निपटा जा सकता है। इंट्रोवर्ट व्यक्ति किसी भी इंसान को आधे रास्ते में छोड़कर जाना पसंद नहीं करता है, वह समस्या के अंत तक व्यक्ति के साथ बना रहता है।
अच्छे श्रोता होते हैं
इंट्रोवर्ट हमेशा से ही एक अच्छे श्रोता रहे हैं, इसीलिए यह सामने वाले की समस्या को पूरी तरह सुनते हैं और उसके बाद ही सलाह देते हैं। एक श्रोता किसी भी व्यक्ति का अच्छा मित्र बन सकता है तथा समस्या बताने वाले पर अपना पूरा ध्यान केन्द्रित कर सकता है जिस कारण उसे समस्या को अच्छे से समझने का मौका मिलता है।
परिणाम पर विचार करते हैं
इंट्रोवर्ट परिणामों पर ज्यादा ध्यान देते हैं और इनकी अधिक दूरदर्शिता हो सकती है। जिस कारण यह उन बातों पर भी ध्यान दे सकते हैं जिस पर किसी एक्सट्रोवर्ट का ध्यान बिलकुल भी नहीं जाएंगा। इंट्रोवर्ट बहुत ही शांत तथा दूरदर्शी होते हैं और यही कारण है कि इनकी सलाह बेहतर हो सकती है। जिनका व्यवहार शांत होता है वह बहुत ही सक्रिय होते हैं और साथ ही तार्किक भी होते हैं।
यह भी पढियें: