सेल्फ डाउट दूर करने के तरीके

सेल्फ डाउट यानिकी आत्म-संदेह होना सामान्य है। आत्म-संदेह का होना बहुत से कारकों पर निर्भर करता है। अपनी योग्यताओ पर संदेह आत्म-संदेह पहला कारण है, यदि आपके आचरण में हर समय खुद पर संदेह करने की आदत है तो इसे तुरंत दूर करने की आवश्यकता है। सेल्फ डाउट आप ही के वो विचार या मान्यताएं हैं जो आपको किसी काम को करने से रोक रहे हैं। यह आपको कुँए का मेंढक बनाते हैं। इन लिमिटेशंस को जान कर इनके समाधान की और फोकस कीजिए। इससे आपको आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। सेल्फ डाउट आपको आपके लक्ष्यों से दूर करते हैं तथा रास्ते में जो बाधाएं है ही नहीं उनके बारें में विचार करने पर विवश करते है। आत्म-संदेह आपके किसी पिछले बुरे अनुभव के कारण सम्भव है। आपको उस पर ध्यान न दे कर नई चुनौतियों को स्वीकार करना होगा। ऐसा करने से ही आपका सेल्फ डाउट दूर हो सकता हैं। सेल्फ डाउट आपको असफलता से, शर्मिंदगी से बचाने की कोशिश जरुर करता है पर यह आपको सफल होने से भी रोक सकता है।

सेल्फ डाउट दूर करने के आसान तरीके

निचे दिए इन तरीकों से आप सेल्फ डाउट दूर कर सकते हैं।

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पिछली उपलब्धियों को याद करें

हमारा दिमाग इस तरह से निर्मित है कि वह उपलब्धियों के पश्चात आनन्दित महुसूस करवाता है जिस कारण हम अधिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं। अगर हम वर्तमान में भी किसी पिछली उपलब्धि को याद करेंगे तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ जाएगा जिस कारण आत्म-संदेह में कमी आना स्वभाविक है। इसीलिए यदि हमारे मन में self-doubt आता है तो हम पुरानी उपलब्धियों को याद कर हमारे मस्तिष्क की ईनाम प्रणाली पर असर डाल कर self-doubt को खत्म कर सकते हैं।

दुसरो से तुलना न करें

किसी से तुलना करना आपके आत्मविश्वास में कमी का कारण बन सकता है क्योंकि इंसानों में हमेशा से ही अपने से बेहतर के साथ तुलना करने की प्रवृत्ति है और यही आदत आत्म-संदेह का कारण भी बनती है। आपको कभी भी खुद की तुलना दुसरे से नहीं करना चाहिए, आपमें भी कुछ ऐसी उत्कृष्टता अवश्य होगी जो सामने वाले में नहीं होगी। सामने वाले व्यक्ति के गुणों पर योग्यताओ से खुद की तुलना करना व्यर्थ है।

सहयोगी लोगों के साथ समय बिताएं

सकारात्मक रहने के लिए आपको ऐसे लोगों को चुनना होगा जो हर समय आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने का कार्य करते हैं न कि उन लोगों को चुनना है जो स्वयं के साथ-साथ आपको भी कमजोर, असहाय समझते हों। ऐसे लोग आपकी काबिलियत पर संदेह करते हैं जिसका असर आपके आत्मविश्वस पर होता है और आत्म-संदेह उत्पन्न होता है। इसीलिए सहयोगी एवं सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताएं।

दुसरे क्या सोचते हैं इस पर ध्यान न दें

बहुत सी बार लोग केवल यह सोच कर ही कोई कदम नहीं उठाते हैं कि अगर वो असफल हो गये तो लोग उनके बारें में क्या सोचेंगे? एवं लोग उनका सम्मान नही करेंगे, उनका मजाक बनाएंगे। पर ऐसा करना आपको सफल होने से तो रोकता ही है, साथ ही आपके अंदर self-doubt की भावना भी भर देता है। अगर आप कुछ करना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने दिमाग से यह बात निकाल दें कि लोग क्या सोचेंगे!

अपनी स्किल्स बढाएँ

यदि आप अपनी स्किल पर काम करेंगे तो आपके अंदर उस कार्य को लेकर आत्मविश्वास रहेगा तथा आपमें आत्म-संदेह बिलकुल भी उत्पन्न नही होगा। आत्म-संदेह के उत्पन्न होने का सबसे बड़ा कारण ही यह है कि आपमें कौशल की कमी है। यदि आप किसी कार्य में कुशल हैं तो आप पर कोई संदेह भी करेगा तो भी आपका आत्मविश्वास कम नहीं होगा और ना ही आप आत्म-संदेह के घेरे में आयेंगे।

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