सकारात्मकता का मतलब सिर्फ मुस्कुराना और खुश दिखना नहीं होता है। सकारात्मकता जीवन के बारे में दृष्टिकोण और जीवन में जो कुछ भी अच्छा है उस पर ध्यान केंद्रित करने की प्रवृत्ति है। पॉजिटिव माइंडसेट के साथ काम करने से आपको लंबे समय में अधिक लाभ होगा। सकारात्मक दृष्टिकोण रखने का मतबल है कि हर स्थिति में अपने बारे...
सोशल मीडिया दिन प्रतिदिन अधिक लोकप्रिय होता जा रहा है। लोग इसका उपयोग मनोरंजन, सूचना और कनेक्शन के लिए कर रहे हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया भी पैसा कमाने का एक जरिया बन गया है, हर कोई दिन के कुछ मिनट या घंटे भी सोशल मीडिया पर बिताता है। जब से स्मार्टफोन के उपयोगकर्ताओं में वृद्धि हुई है,...
कम्पेयर करना यानिकी किसी दुसरे व्यक्ति से स्वयं की तुलना करना जिसमें मुख्य रूप से सामने वाले की सम्पत्ति, सुन्दरता, उपलब्धियां आदि को लेकर तुलना करना शामिल है। मानवों में बचपन से ही तुलना करने की भावना उत्पन्न हो जाती है। जैसे कि एक बच्चा अपने पास खड़े बच्चे के हाथ में एक खिलौना देख कर उसी तरह के...
सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर (Social Anxiety Disorder) जिसे सामाजिक दुर्भीति या Social Phobia भी कहा जा सकता है, एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो सामाजिक परिस्थितियों में अत्यधिक भय, घबराहट उत्पन्न करती है। सामाजिक चिंता विकार वाले लोग उन स्थितियों में बेहद चिंतित महसूस कर सकते हैं, जहां उन्हें लगता है कि अन्य लोग उन्हें ही देख रहे हैं। इसमें सार्वजनिक...
कई लोग मेंटल हेल्थ के खराब होने के कारण अनेकों परेशानियों का सामना कर रहे हैं। लेकिन इसके बारे में कोई बात नहीं करना चाहता। क्यूंकि कई लोग या तो इसे सिरे से नकार देते हैं या फिर इसे पागलपन कहकर पागलखाने में भर्ती हो जाओ जैसी बातें कहने लगते हैं। पर इस विषय पर बात करना बेहद जरुरी...
ओवरथिंकिंग (Overthinking) वह स्थिति है जब आप किसी एक ही बात या विषय को बार-बार सोचते हैं। आप अपने ही दिमाग में उस विषय को लेकर इतना गहराई तक चले जाते हैं कि अलग-अलग परिस्थितियों में क्या होगा, लोगों की क्या प्रतिक्रिया होगी यह भी इमेजिन करने लग जाते हैं। और इसी ज्यादा सोचने की वजह से मानसिक तनाव,...
ऐसा नही है कि स्ट्रेस केवल कुछ लोगों को ही होता है। यह एक सामान्य स्थिति है पर ज्यादा समय तक स्ट्रेस रहना या फिर बात-बात पर स्ट्रेस हो जाना बिलकुल भी सामान्य नहीं है। स्ट्रेस हमें कई तरह से नुकसान पहुंचाता है, स्ट्रेस हमारे जीवन से खुशियों का अंत कर देता है यह तो हम सभी जानते ही...
पृथ्वी पर क्लाइमेट चेंज का सबसे बड़ा कारण जनसंख्या में वृद्धि है। जिस तरह जनसंख्या में वृद्धि हो रही है मानवों की आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति करने में समस्याएँ उपन्न हो रही है तथा भविष्य में यह समस्या और भी बढ़ने वाली है। इस क्लाइमेट चेंज की वजह से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर हो रहा है जिस कारण...